परमेश्वर की इच्छा कैसे जानें?
परमेश्वर की इच्छा कैसे जानें?
संघर्ष और कठिनाइयाँ हर विश्वास के मार्ग का हिस्सा हैं। कई बार हम यह सोचते हैं कि इन परिस्थितियों में परमेश्वर की इच्छा को कैसे समझें। बाइबल हमें सिखाती है कि परीक्षाएँ केवल नकारात्मक अनुभव नहीं हैं, बल्कि विश्वास को गढ़ने और आत्मिक जीवन को मजबूत करने का साधन हैं। याकूब 1:2-3, रोमियों 12:2 और फिलिप्पियों 4:6-7 जैसे पद हमें याद दिलाते हैं कि संघर्ष हमें धीरज, परिवर्तन और परमेश्वर की शांति की ओर ले जाते हैं। इस लेख में हम देखेंगे कि कठिनाइयों के बीच परमेश्वर की योजना को कैसे पहचानें, और विश्वास को स्थिर कैसे रखें। बाइबल-आधारित यह अध्ययन आपके आत्मिक जीवन को दिशा और आशा देगा।








